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फ़ाइल चित्र
2 अक्टूबर, काठमांडू। चालू वित्त वर्ष में भी सरकार के पूंजीगत व्यय की गति धीमी रही है। कंट्रोलर जनरल ऑफिस के मुताबिक एक अक्टूबर तक 5 अरब 86 करोड़ रुपए पूंजीगत खर्च पर खर्च किए जा चुके हैं। यह कुल लक्ष्य का मात्र 1.54 प्रतिशत है।
सरकार ने इस साल 3.80 अरब 38 करोड़ रुपये के पूंजीगत व्यय का लक्ष्य रखा है। दो महीने (जुलाई-अगस्त) में मौजूदा खर्च 1 अरब से ज्यादा हो गया है। मौजूदा खर्च 1 लाख करोड़ 9 अरब 47 करोड़ रुपये रहा है। यह लक्ष्य का 7.53 प्रतिशत है।
सरकार ने इस साल मौजूदा खर्च में 11 लाख करोड़ 83 अरब 23 अरब रुपये का लक्ष्य रखा है। सरकार ने वित्तीय व्यवस्थाओं पर 19 अरब 74 करोड़ रुपये खर्च किए हैं। यह लक्ष्य का 8.58% है। सरकार ने इस साल वित्तीय व्यवस्था पर 2 लाख करोड़ 30 अरब 21 करोड़ रुपये खर्च करने का लक्ष्य रखा है।
सरकार इस साल कुल 17 लाख करोड़ 93 अरब 83 करोड़ रुपये का बजट लागू कर रही है। दो महीने का कुल बजट खर्च 1 लाख करोड़ 35 अरब 8 करोड़ रुपये है।
राजस्व संग्रह 1 ट्रिलियन 43 बिलियन
दो महीने में राजस्व संग्रह 1 लाख करोड़ 43 अरब 83 करोड़ रुपये है। इस साल लग्जरी सामानों के आयात पर रोक से राजस्व संग्रह प्रभावित हुआ है।
पिछले साल दो महीने में 1 लाख करोड़ 70 अरब रुपये का राजस्व जुटाया था। इस वर्ष कर राजस्व 1 ट्रिलियन 30 बिलियन और गैर-कर राजस्व 13 बिलियन 11 बिलियन रुपये है।
अनुदान के रूप में 79 करोड़ रुपये प्राप्त हुए हैं। सामान्य लेखा के आंकड़ों के अनुसार सरकार की अन्य प्राप्तियां 18 अरब 43 करोड़ रुपये हैं। इस साल सरकार दो महीने में 10.25 फीसदी राजस्व जुटाने में सफल रही है.
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